प्रेस वार्ता कर सरकार से किसानों का गन्ना भुगतान करने, अधिवक्ताओं को गुजारा भत्ता देने, मीडियाकर्मियों को कोरोना वॉरियर घोषित करने की मांग भी उठायी।
रविवार को पत्रकार वार्ता में विधायक चोहान ने कहा कि नादेही मिल 20 अप्रैल को बंद हो गयी थी, लेकिन किसानों को जनवरी के बाद से 60 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान नहीं किया गया है। जबकि सरकार ने 15 दिन में भुगतान का वादा किया था। किसान लॉकडाउन, बारिश के कारण फसलें खराब होने से परेशान हैं और बैंक भी ब्याज वसूल रहे हैं। कहा कि तीन माह से कोर्ट बंद होने से अधिवक्ताओं को भी खासी दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने किसानों को भुगतान और वकीलों के लिये गुजारे भत्ते की घोषणा करने की मांग उठायी। इस दौरान मौके पर पर गजेंद्र चोहान, दिग्विजय सिंह , इफ्तिखार बबलू, गनपत सिंह, अरूण शर्मा आदि शामिल रहे।

अवैध खनन की जांच करायेंगे
विधायक चोहान ने बताया कि 27 मई की रात फीका नदी में अवैध खनन की सूचना पर वह वहा पहुंचे थे। उनकी सूचना पर अधिकारी तीन घंटे बाद पहुंचे, वह भी तब जब उन्होंने मुख्य सचिव को फोन किया। बताया कि इस दौरान नायब तहसीलदार सुदेश कुमार ने पीछा कर खनन माफिया को पकड़ा था। इससे पहले डंपर चालक ने उन्हें और सिपाही को कुचलने की कोशिश भी की थी। अगले ही दिन नायब तहसीलदार ने रिपोर्ट दे दी थी, लेकिन मामले में मुकदमा 13 दिन बाद दर्ज किया गया। विधायक ने कहा कि जब एक अफसर की रिपोर्ट दर्ज होने में इतना समय लग रहा है तो आम आदमी की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होने कहा कि वह मुख्यमंत्री को पत्र भेज अवैध खनन में लिप्त दोषियों की जांच करायेंगे।
