1970 में की थी जसपुर में व्यवसायी फोटोग्राफी की शुरूआत, 10 साल मुबई मे रहकर सीखी फोटोग्राफी, शमा फोटो स्टूडियो के नाम से की फोटोग्राफी की शुरूआत, राजनितिक एवं सामाजिक लोग उनकी फोटोग्राफी थे कायल।
जसपुर। फन टीवी न्यूज़
जसपुर में सर्वप्रथम व्यवसायी फोटोग्राफी की शुरूआत फोटोग्राफर मरहूम जनाब अली अख्तर ने 1970 में शमा फोटो स्टूडियो के नाम से की थी। आपको बतादे कि फोटोग्राफर मरहूम अली अख्तर साहब के पुत्र एवं फन टीवी न्यूज़ के सम्पादक समीर परवेज ने बताया कि उनके पिता अली अख्तर ने 10 साल मुबई मे रहकर फोटोग्राफी सीखी उसके बाद जसपुर आकर फोटोग्राफी की शुरूआत की थी तब लोग फोटोग्राफी को बहुत कम जानते थे और लोग फोटोग्राफी से शर्माते थे फोटोग्राफी को सिर्फ वाॅलीवुड के हीरो और हीरोईनो तक सीमित समझते थे। तब व्लैक एंड व्हाईट फोटोग्राफी का जमाना था। शहर में फोटोग्राफी और फोटो खिचाने को लेकर लोगो को बताना पड़ता था।

समीर परवेज़ ने बताया की उस समय के दौर में उनके पिता हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद, कालागढ़, अफजलगढ़, धामपुर, नगीना, नजीवाबाद तक साईकिल द्वारा फोटोग्राफी करने जाते थे और इन क्षेत्रो से फोटोग्राफी के शौकिया लोग अपनी फोटोग्राफी कराने जसपुर उनके पिता के स्टूडियो पर आते थें। उन्होने बताया कि व्लैक एंड व्हाईट के दौर में फोटोग्राफी में जबरदस्त मेहनत और हाथ की कलाकारी होती थी पहले कैमरे द्वारा खीची फोटो की रील को डेबलप करना होता था फिर फोटो को खूबसूरत बनाने के लिए निगेटिव पर पेंसिल से टचिंग और व्रुंश से कलर करना पड़ता था उसके बाद डार्करूम में निगेटिव से फोटो वनाना पड़ता था। ग्राहक को उसका अपना फोटो मिलने में तीन दिन से लेकर सप्ताह भर तक का समय लग जाता था। उन्होने बताया कि 1985 में जब कलर फोटोगा्रफी की शुरूआत उनके पिता द्वारा जसपुर में की गयी तो कलर फोटोग्राफी को लेकर जनता में काफी उत्साह और कलर फोटो खिचाने को लेकर दिलचस्पी देखने को मिलती थी।
कलर फोटोग्राफी की शुरूआत होने के बाद लोगो द्वारा शादियो में फोटोग्राफी कराने की होड़ बढ़ने लगी जो व्लैक एंड व्हाईट फोटोग्राफी के समय में कम थी। वही समीर परवेज़ ने बताया की आज नगर में ज्यादातर उनके पिता के शार्गिद है या उनके पिता के शार्गिदो के शार्गिद फोटोग्राफी कर रहे है। उन्होने बताया कि आज फोटोग्राफी का बहुत ज्यादा आधुनिकरण हो गया है डिजिटल फोटोग्राफी, कम्प्यूटर फोटोग्राफी, मोबाईल फोटोग्राफी जैसी टेक्नोलाॅजी ने फोटोग्राफी को काॅफी हद तक आसान कर दिया है। गौरतलब है कि मरहूम जनाब अली अख्तर द्वारा 50 साल पहले शुरू की गई फोटोग्राफी को क्षेत्र एवं आसपास के शहरो में काॅफी ख्याति प्राप्त है तथा उनके द्वारा वाईलड लाईफ फोटोग्राफी को भी खूब सराहा गया। उनकी फोटोग्राफी के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी, स्व. सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया, स्व. हरगोविन्द प्रताप सिंघल, स्व. करन सिंह एडवोकेट चेयरमेन, स्व. बाबू सिंह एडवोकेट, मरहूम मुख्तार अहमद चेयरमेन, स्व. चन्द्र किशोर विश्नोई चेयरमेन, स्व. दिनेश चन्द्र अग्रवाल, स्व. ठाकुरदास अरोरा, डा. शैलेन्द्र मोहन सिंघल, उमर सिदिदिकी चेयरमेन, त्रिलोक अरोरा, अजय अग्रवाल, स्व. नवरत्न विश्नोई, सुखवीर पहलवान, वलवीर सिंह सहोता, सोहन सिंह सहोता क्षेत्र के राजनितिक एवं सामाजिक लोग कायल थे। वही आज आधुनिक फोटोग्राफी के सारे प्लेटफार्म की सुविधा स्टेट बैंक के सामने कोतवाली रोड स्थित उनके पुत्र समीर परवेज अपने फन फोटो एंड स्टूडियो पर हाई क्लास फोटोग्राफी कर लोगो को प्रदान कर रहे है।

