-ब्रेन हेमरेज या करंट से मौत मान रहे वन कर्मी, दोनो दांत सलामत, पीएम रिपोर्ट के बाद होगा खुलासा, वन विभाग में मचा हड़कंप।
जसपुर । फन टीवी न्यूज़
पतरामपुर वन क्षेत्र की फोटो रेंज के गांव सीपका में एक खेत में नर हाथी मृत पाया गया। हाथी की मौत की सूचना से वन कर्मियों में हड़कंप मच गया। उन्होंने मौके पर ही हाथी के शव का पीएम कराया। हाथी के दोनों दांत सही सलामत थे। उसके शरीर पर चोंट के भी निशान भी नहीं थे। वन कर्मी उसकी मौत का कारण ब्रेन हेमरेज या करंट मान रहे है। एक साल के भीतर दूसरे हाथी की मौत से विभागीय अफसरो के माथे पर वल पड़ गये। ग्रामीणों ने फाटो रेंज के गांव सीपका के एक खेत में नर हाथी को मृत देखा। उन्होंने बन कर्मियों को इसकी सूचना दी। हाथी की मौत की खबर सुनकर वन कर्मी मौके पर पहुंचे। तथा हाथी के शव का परीक्षण किया। परीक्षण में वन कर्मियों को हाथी के दोनों दांत सुरक्षित मिले। उसके शरीर पर चोंट का भी कोई निशान नहीं था। आसपास खेत में तारें लगी थी। वन कर्मियों ने आला अधिकारियों को सूचना देकर हाथी की मौत के बारे में बताया। डीएफओ हिमांशु बंगारी, एमसी शर्मा, शिशुपाल रावत की मौजूदगी में रामनगर से पहुंची डाक्टरों की टीम ने मौके पर ही हाथी का पीएम किया। तथा दांत निकालकर उसके शव को फीका नदी में दफन कर दिया। वन कर्मियों का मानना है कि हाथी की मौत करंट लगने से अथवा ब्रेन हेमरेज से हुई होगी। इसका खुलासा पीएम रिपोर्ट से होगा। वन वीट अधिकारी अनिल चैहान ने बताया कि हाथी का पीएम कराकर उसे दफना दिया गया है। हाथी की मौत कैसे हुई, इसकी जानकारी पीएम रिपोर्ट से होगी।बता दें कि गत वर्ष भी पतरामपुर रेंज के ग्राम हजारों के एक खेत में हाथी की करंट लगने से मौत हो गई थी। मामले में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।



